मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले वीर सपूतों को यूं तो सभी नमन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। लेकिन भारतीय सेना के एक रिटार्यड मेजर जनरल ऐसे भी है, जिन्होंने मां भारती की रक्षा करते हुए शहीद होने वाले वीर सपूतों को श्रद्धांजलि देने का अनोखा तरीका निकाला है।
आज हम आपको बता रहे हैं रिटायर्ड मेजर जनरल सोमनाथ झा के बारे में। 37 साल तक सेना की सेवा करने के बाद मेजर जनरल (रिटायर्ड) सोमनाथ झा आज भी मिशन मोड में है। 58 साल की उम्र में उन्होंने पूरे देश में साइकिल का सफर करने की ठानी। उनका लक्ष्य था कि स्वतंत्रता के बाद सशस्त्र बलों के लगभग 21,000 शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाए।
मेजर जनरल सोमनाथ झा ने 183 दिनों तक 43,528 मिनटों में 11,000 किलोमीटर साइक्लिंग की और प्रत्येक शहीद को दो मिनट की साइक्लिंग समर्पित की। दो मिनट क्यों, इस सवाल का जवाब उन्होंने यह दिया कि हम अपने प्रत्येक शहीद के लिए दो मिनट की मौन रखते हैं। मेजर जनरल झा के नाम कुछ और उपलब्धियां भी हैं। उन्होंने 54 साल की उम्र में माउंट किलिमंजारो की चढ़ाई की और 56 साल की उम्र में पैराग्लाइडिंग भी सीखी।
12 हजार किमी का सफर साइकिल से तय किया-
12-इन्फेंट्री बटालियन के मेजर जनरल सोमनाथ झा साइकिल से 12 हजार किमी का सफर तय करते हुए तीर्थनगरी ऋषिकेश पहुंचे। ऋषिकेश स्थित एम्स के प्रांगण में पूर्व सैनिकों द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया। जिसके बाद उन्होंने पूर्व सैनिकों और स्थानीय लोगों को संबोधित किया।
अपने अभियान के बारे में मेजर जनरल सोमनाथ झा ने बताया कि उनके लिए ये गर्व की बात है कि वो वीर जवानों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं और वो भी एक अलग अंदाज़ में। जिससे हमारे सेना से जुड़े परिवार को बहुत अच्छा लग रहा है और इनका मनोबल भी बढ़ रहा है।
मेजर जनरल सोमनाथ झा ने रिटायरमेंट के 18 दिनों के बाद वह 19 अक्टूबर 2016 को अपनी साईकिल यात्रा की शुरुआत की। चूंकि वह अंबाला छावनी से रिटायर हुए, इसलिए वहीं से साइकल लेकर सड़क पर उतरे। वह सात महीने की अवधि में 29 राज्यों में गए। वह रोज 70 किलोमीटर से 150 किलोमीटर तक की दूरी तय करते थे। उन्होंने अमर जवान ज्योति जाकर श्रद्धांजलि यात्रा का समापन किया। इस यात्रा पर मेजर जनरल झा को काफी सपॉर्ट मिला।
जानिए कौन हैं सोमनाथ झा-
सोमनाथ झा हरियाणा में अंबाला छावनी में में मेजर जनरल के पद पर तैनात थे, जहां से वह पिछले साल सितंबर में रिटायर हुए। भारतीय सेना में करीब 37 साल की सेवा के बाद उन्होंने ये महत्वपूर्ण फैसला लिया। मेजर जनरल सोमनाथ झा ने बताया कि हमारे देश के लिए हजारों जवानो ने अपने प्राणों की आहूति दी है इसलिए उन्होंने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए साइकिल से यात्रा करने का फैसला लिया।
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