2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर ज्यादातर राजनीतिक पार्टियां अभी से तैयारी में जुट गयी हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीएसपी सुप्रीमो मायावती भी लोकसभा चुनाव में ताल ठोकने का मन बना रही हैं और अगर ऐसा हुआ तो मायावती का 14 साल का ‘सियासी वनवास’ खत्म हो सकता है..
मायावती आखिरी बार साल 2004 में लोकसभा सांसद के तौर पर चुनी गयीं थी. 2019 में मायावती उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर या बिजनौर से लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं. बता दें कि मायावती ने 1998, 1999 और 2004 में लोकसभा सांसद चुनी जा चुकी हैं. 2004 में आखिरी बार वह अंबेडकरनगर से लोकसभा सांसद चुनी गई थीं.
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अंबेडकरनगर को बसपा का गढ़ माना जाता है. गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन हिट होने के बाद लोकसभा चुनाव में भी इसे दोहराया जाएगा.
वही अखिलेश यादव ने पहले ही मायावती को लोकसभा चुनाव में सपोर्ट करने के संकेत दे दिए हैं. अंबेडकरनगर और बिजनौर में से मायावती किस सीट से चुनाव लड़ेंगी, अभी इसपर कुछ तय नहीं हुआ है.
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दरअसल, अब तक मायावती ज्यादातर चुनावों में खुद मैदान में ना उतरकर चुनाव प्रचार की कमान संभालती रही हैं. लेकिन, कहा जा रहा है कि 2014 के लोकसभा चुनाव और 2017 के यूपी चुनाव में मिली करारी शिकस्त से पार्टी का मनोबल गिरा है. ऐसे में पार्टी कैडर में नया जोश भरने के लिए मायावती खुद चुनावी मैदान में उतरने जा रही हैं. ऐसे करके मायावती पार्टी कार्यकर्ताओं और वोटर्स के बीच एक आदर्श पेश करना चाहती हैं.