लद्दाख में है तनाव का माहौल:
कश्मीर के उत्तरी हिस्से लद्दाख में इन दिनों तनाव है। लद्दाख में बौद्धों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक राजनीतिक संगठन लद्दाख बुद्धिस्ट एसोसिएशन (एलबीए) ने एक बौद्ध युवती स्टैनज़िन सेल्डोन और मुस्लिम युवक मुर्तज़ा आगा की शादी का विरोध किया है।
करगिल में द्रास के 32 साल के मुर्तजा आगा ने बौद्ध लड़की से शादी कर ली थी। इस बौद्ध लड़की ने 2016 में धर्म परिवर्तन के बाद अपना नाम बदल कर शिफा रख लिया था। शिफा ने हालांकि सीएम महबूबा को लिखे पत्र में ये माना है कि उसने मुर्तजा से शादी अपनी पसंद से की है। दिल्ली के एक एनजीओ में काम करने के दौरान दोनों एक दूसरे को दिल दे बैठे और प्यार हो गया।
बीबीसी से बात करते हुए एलबीए के सचिव सोनम दावा ने कहा “वह लड़की क्या फ़ैसला करती है, हमें इसकी चिंता नहीं है, हम सिर्फ़ यह चाहते हैं कि बौद्ध लड़कियों को बहलाने-फुसलाने के लगातार हो रहे प्रयासों पर रोक लगे।”
दोनों समुदायों के नेता मिलकर मुद्दे को सुलझाएं:
वो कहते हैं कि दोनों समुदायों के नेता जल्द ही मुलाकात कर इस मुद्दे को सुलझाने का प्रयास करेंगे। दावा के अनुसार कम से कम पांच बौद्ध लड़िकयों को करगिल के पढ़े-लिखे मुस्लिम युवकों ने बहलाया-फुसलाया है। वो कहते हैं कि पिछले 10 साल से ऐसा हो रहा है।
एलबीए के अध्यक्ष सेवांग हिंलेस ने जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को एक पत्र लिखा है। दो पन्नों के इस पत्र में उन्होंने लिखा है “हम चाहते हैं कि सरकार जल्दी से जल्दी इस मामले में दखल दे और इससे पहले कि स्थिति बिगड़े वो कुछ ज़रूरी कदम उठाए।”
प्रशासन का कहना है कि यह मामला सुलझ चुका है क्योंकि लड़की ने कोर्ट और राज्य महिला आयोग के सामने यह स्वीकार किया है कि शादी उसकी मर्ज़ी से हुई है।
लद्दाख में मुस्लिम-बौद्ध की आबादी:
लद्दाख में लेह और करगिल दो जिले हैं और यहां की कुल आबादी 2,74,000 है।यहां मुस्लिमों की आबादी 49 फीसदी है,जबकि 51 प्रतिशत लोग बौद्ध हैं और अधिकतर लेह में रहते हैं। 1989 में इस इलाके में सांप्रदायिक तनाव की कुछ घटनाएं हो चुकी हैं, हालांकि बाद में दोनों समुदायों ने मिलकर शांति से रहने का फ़ैसला किया था।