जयपुर के रामगंज थाना इलाके में उपद्रवियों ने जमकर बवाल किया। रामगंज थाने के सामने प्रदर्शनकारियों ने जहां पहले नारेबाजी की और फिर जमकर पत्थरबाजी की। उसके बाद उपद्रवियों ने जयपुर को कश्मीर बना दिया और जमकर तोड़फोड़ करने के बाद गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया।
इस बवाल में जहां एक युवक की मौत हो गई, वहीं दर्जनों पुलिसकर्मी घायल हो गए जिन्हे अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। इसके बाद पुलिस का भारी जाब्ता इलाके में तैनात रहा। पुलिस ने मार्च पास्ट भी किया। गलियों से लेकर मुख्य सड़क पर भी कड़ी सुरक्षा रखी गई।
क्या है मामला?
बताया जा रहा है कि घाटगेट निवासी साजिद अपनी पत्नी व बेटी के साथ वहां से बाइक से कहीं जा रहा था। रात्रि करीब आठ बजे रामगंज थाना क्षेत्र में पुलिस वाले सड़कों पर खड़े अवैध वाहनों को हटाने का प्रयास कर रहे थे। तभी वाहन हटा रहें एक कांस्टेबल का डंडा गलती से साजिद को लग गया और वह बाइक से गिर गया। इस बात पर पुलिस व साजिद के बीच मामूली विवाद हो गया।
मामला रामगंज थाने तक जा पहुंचा। घटना की जानकारी मिलने के बाद पूरा मुस्लिम समुदाय थाने के बाहर जमा हो गया। इसके बाद मुस्लिम समुदाय ने बबाल मचाना शुरू कर दिया। भीड़ उग्र होती चली गयी और उन्होंने पुरे जयपुर शहर में जमकर उपद्रव और जगह जगह आगजनी की।
इस दौरान भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और फायर करना पड़ा जिसमे एक युवक की मौत हो गयी। उसके बाद भी जब स्थिति पुलिस के नियंत्रण में नहीं हुई तो कर्फ्यू लगा दिया गया।
मजे की बात ये है कि उपद्रवी पुलिस पर जिस महिला के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगा रहे है उस महिला को ही नहीं पता कि आखिर मामला कैसे बढ़ गया।
शहर के लुहारों का खुर्रा की रहने वाली अरसी का कहना है कि उसका और उसके पति का पुलिसवालों से विवाद हुआ था। वह तो रिपोर्ट लिखाने थाने गई थी। रिपोर्ट दर्ज करने में देर हो रही थी, इतने में बाहर लोग कहां से आ गए उसे मालूम नहीं। उसने या उसके पति न किसी को बुलाया ही नहीं था।
एक विशेष समुदाय के द्वारा मचाये गए इस उपद्रव के कारण रात्रि दो बजे शहर के चार थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया। यही नहीं जयपुर पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल के आदेश पर शहर में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। साथ ही प्रभावित थाना क्षेत्रों रामगंज, माणक चौक, गलता गेट व सुभाष चौक में आज स्कूल व अन्य शिक्षण संस्थान भी बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं।
वहीँ हिंसाग्रस्त इलाकों में राजस्थान सशस्त्र कांस्टेबुलरी और होम गार्ड के जवानों समेत सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। यहां तक कि जयपुर से होकर गुजरने वाले दिल्ली-आगरा का रुट बदल दिया गया है।
सूत्रों ने बताया कि यहां स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है, लेकिन आवश्यकता पड़ने पर अस्पताल में भी धारा 144 लगा दी जाएगी। राज्य के पुलिस महानिदेशक अजीत सिंह शेखावत ने कहा है कि दोषियों को कतई नहीं बख्शा जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।