राजस्थान के पाली जिले के निमाज गांव के रहने वाले कालूराम मेघवाल की बुधवार को बैंगलुरु में भीड़ ने पीट-पीटकर निर्ममता से हत्या कर दी। बेंगलुरु पुलिस का कहना है कि बच्चे चोरी व मानव तस्करी के संदेह में एक 25 वर्षीय कालूराम मेघवाल पुत्र बचनाराम भीड़ के हत्थे चढ़ गया। भीड़ ने उसके हाथ बांधकर घसीटा और जमकर पिटाई की जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने इस सिलसिले में चार महिलाओं सहित 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। मृतक का शव बेंगलुरु के विक्टोरिया अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। मृतक के परिजन गुरुवार देर रात वहां पहुंच गए, जिन्हें शुक्रवार को पोस्टमार्टम करा शव सौंपा जाएगा।
माता-पिता के निधन के बाद मजदूरी करने गया बेंगलुरु-
मृतक के परिजनों का कहना है कि निमाज गांव में आसरलाई दरवाजा स्थित मेघवालों का मोहल्ला निवासी 25 वर्षीय कालूराम पुत्र बचनाराम मेघवाल के माता-पिता की कुछ साल पहले मौत हो गई। परिवार में वह सबसे बड़ा है, जिसके चलते मजदूरी करने के लिए वह पुणे चला गया। जहां वह मार्बल फिटिंग का काम करता था। करीब 8 माह से वह मजदूरी के लिए बेंगलुरु में रह रहा था।
सोशल मीडिया पर जारी संदिग्ध आरोपी का अस्पष्ट तस्वीरों से माना गुनहगार
कालूराम मेघवाल माता-पिता की मौत व घर में सबसे बड़ा होने के कारण मजदूरी करने गया था बेंगलुरु, टाइल फिटिंग का काम करता था। वहां सोशल मीडिया पर बच्चों को चुराने वाले गिरोह की अफवाह तेजी से फैली। संदिग्ध लोगों के फोटो वायरल किए गए। गरीबी व श्रमिक होने के कारण कालूराम भी रहता था अस्तव्यस्त। बेंगलुरु पुलिस ने भी माना कि उसे चोर समझने का कोई आधार नहीं। फिर भी लोगों ने उसे संदिग्ध मानकर मौत के घाट उतार दिया।
एक दिन पहले भाई को फोन कर अपनी जान का खतरा बताया
मृतक के छोटे भाई सोनाराम का कहना है कि 22 मई को उसके पास कालूराम का फोन आया था कि उसकी जान को खतरा है। उसे जान का खतरा है। उसी शाम को सोनाराम के पास कालूराम ने फिर फोन किया और जान बचाने की गुहार लगाई। परिजनों का आरोप है इस संबंध में निमाज चौकी प्रभारी राजेंद्रसिंह को सूचना देकर मदद मांगी गई, लेकिन उन्होंने कोई मदद नहीं की। चौकी इंचार्ज राजेन्द्रसिंह से बात करने पर उन्होंने कहा कि उनके पास मदद के लिए कोई नहीं आया है।
व्हाट्सएप पर फैली बच्चे चोरी की अफवाह, लोगों पर हो रहे हमले
पुलिस के मुताबिक कर्नाटक में व्हाट्सएप पर बच्चा चोरी के संदिग्ध लोगों के हुलिए के साथ मैसेज वायरल किए जा रहे हैं। इसे देखने के बाद कुछ लोगों ने बेंगलूरु में राजस्थान के पाली जिले में निमाज निवासी टाइल्स फिटर कालूराम मेघवाल को भी बच्चा चोर समझ लिया। चामराजपेट गार्डन में कुछ महिलाओं के साथ लोगों ने उसका पीछा किया। बाद में कुछ और लोगों के साथ मिलकर उसे बल्ले और लाठियों से पीटा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलावस्था में कालूराम को अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी मौत हो गई।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कालूराम को बच्चा चोर समझने का कोई आधार नहीं था। कई जगह पर व्हाट्सएप मैसेज चल रहा है। वहीं, हासन में बिहार के एक शख्स को बच्चा चोर समझ लोगों ने पुलिस के हवाले कर दिया। रायचूर जिले में मानसिक तौर पर बीमार शख्स को लोगों ने बच्चा चोर समझकर पीट दिया। कोलार में भी दो लोगों को पीटा गया।
इतनी भीड़ में एक भी समझदार व्यक्ति नहीं-
2 मिनट 47 सैकंड का लाइव वीडियो और सड़क पर जगह-जगह बिखरे शरीर से बहे खून के धब्बे गवाह हैं कि युवक के साथ निर्ममता की सारी हदें पार की गईं, सड़क पर घसीटा तो कपड़े फटे, खून बहने लगा, ऊपर से डंडों व लात घूंसों की मार से बचाव के लिए चीखता रहा।
Source: Bhaskar.com