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अबकी बार मोदी सरकार का नारा देने वाले अजय सिंह बन सकते हैं NDTV के नए मालिक

न्यूज चैनल एनडीटीवी के टेकओवर की खबर इन दिनों काफी चर्चा में है। सूत्रों के मुताबिक, स्पाइसजेट के मालिक अजय सिंह NDTV के नए मालिक बन सकते हैं। बता दें अजय सिंह इस समय देश की प्रमुख एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। अजय सिंह का भारतीय जनता पार्टी से पुराना नाता रहा है। उन्हें भाजपा और NDA सरकार की तरफ से पहले कई अहम जिम्मेदारियां भी सौंपी जा चुकी हैं।

अजय सिंह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साल 2014 के चुनाव प्रचार की कोर टीम में शामिल थे। इंडियन एक्सप्रेस ने जब एनडीटीवी के सूत्र से पूछा कि क्या चैनल स्पाइसजेट के अजय सिंह को बेचा जा चुका है? तो जवाब मिला, “हाँ, सौदा पक्का हो चुका है और संपादकीय अधिकार के साथ चैनल का नियंत्रण अजय सिंह के हाथ में होगा।” एनडीटीवी के प्रमोटरों प्रणय रॉय, राधिका रॉय और प्रमोटर संस्था आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड की सीबीआई वित्तीय लेन-देन के एक मामले में जांच कर रही है।

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बता दें इसी साल पांच जून को सीबीआई ने रॉय दंपति के निवास और दफ्तर पर कथित तौर पर बैंक लोन न चुकाने से जुड़े मामले में छापा मारा था। एनडीटीवी ने छापे के बाद जारी बयान में सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया था।

सूत्रों के अनुसार स्पाइसजेट के चेयरमैन और मैनेजिंग एडिटर अजय सिंह के पास एनडीटीवी के करीब 40 प्रतिशत शेयर होंगे। प्रणय रॉय और राधिका रॉय के पास करीब 20 प्रतिशत शेयर होंगे। बॉम्ब स्टॉक एक्सचेंज के जून 2017 तक के आंकड़ों के अनुसार एनडीटीवी में प्रमोटरों के पास 61.45 प्रतिशत हिस्सेदारी है। वहीं 38.55 प्रतिशत हिस्सेदारी सार्वजनिक शेयरधारकों के पास है। सूत्रों के अनुसार अजय सिंह एनडीटीवी का 400 करोड़ रुपये का कर्ज भी वहन करेंगे। कुल सौदा करीब 600 करोड़ रुपये में हुआ बताया जा रहा है। सौदे में करीब 100 करोड़ तक नकद रॉय दंपति को मिल सकता है।

जानिए अजय सिंह के बारे में प्रमुख बातें…

अजय सिंह 2004 में स्पाइसजेट से जुड़े थे। लेकिन 2010 में डीएमके नेता कलानिधि मारन ने सन ग्रुप के जरिए कंपनी का ज्यादा हिस्सा खरीद लिया। इसकी वजह से अजय सिंह के हाथ से कंपनी का नेतृत्व चला गया। 2015 में फिर से अजय सिंह की वापसी हुई। उस वक्त कंपनी आर्थिक तंगी से जूझ रही थी। अजय सिंह ने कंपनी की ज्यादा हिस्सेदारी मारन से खरीद ली। जिसके बाद बहुत कम समय में उन्होंने स्पाइसजेट को नई ऊंचाईयों तक पहुंचाया।

अजय सिंह के नेतृत्व का ही असर रहा कि कभी रोजाना 2.8 करोड़ रुपए का नुकसान झेलने वाली स्पाइसजेट अब अच्छे खासे मुनाफे में है। कंपनी में कुछ नयापन लाने के लिए स्पाइसजेट के बोर्ड में अजय सिंह और उनकी पत्नी को डायरेक्टर बनाया गया था। सिंह को ही चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर की जिम्मेदारी भी दी गई थी।

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बिजनेस के साथ साथ अजय सिंह का राजनीति में भी पूरा दखल है। खासकर देश की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा से उनका पुराना नाता रहा है। लोकसभा चुनाव (2014) में अजय सिंह ने ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के प्रचार-प्रसार का काम देखा था। कहा जाता है कि उन्होंने ही ‘अबकी बार मोदी सरकार’ टैगलाइन बनाई थी, जो कि पूरे कैंपेन में काफी पॉपुलर रही।

अजय सिंह शुरूआत से ही बीजेपी के करीबी रहे हैं। वह 1999, 2004 और 2014 में बीजेपी के लिए कैंपेनिंग कर चुके हैं। उन्हें एनडीए सरकार में सूचना एंव प्रसारण मंत्रालय में ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (OSD) भी नियुक्त किया गया था। तब डीडी स्पोर्ट्स की लॉन्चिंग और डीडी न्यूज के लिए प्लानिंग भी उन्होंने ही की थी।

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