देशभर में नवरात्रों की धूम मची हुई है। पुरे देश में नवरात्रों के पावन पर्व पर माता के भक्त एक से बढ़कर एक पंडाल सजाते हैं। कोलकाता पूरी दुनिया में दुर्गा पूजा के मौके पर भव्य पंडालों के लिए प्रसिद्ध रहा है। इस नवरात्री कोलकाता में करीब 3 हजार पंडाल बनाए गए हैं। इसमें एक पंडाल ऐसा भी है, जिसे बनाने में 10 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। यह पंडाल सुपरहिट फिल्म बाहुबली के महल की तर्ज पर बना है। इसकी ऊंचाई 110 फीट है। उधर, गुजरात के सूरत में नवरात्रि के पहले दिन एशिया के सबसे बड़े गरबा में 7 हजार लोग शामिल हुए।
ये कोलकाता के लेक टाउन के करीब श्री भूमि स्पोर्टिंग क्लब का पंडाल है। ये बहुत भव्य पंडाल है। क्लब के सचिव डीके गोस्वामी का कहना है कि फिल्म “बाहुबली” को जिस तरह की पब्लिसिटी मिली, उसके बाद हमने तय किया कि इसी थीम पर पंडाल बनाएंगे। इसे 150 कलाकारों ने तीन महीने में बनाकर तैयार किया। यह पंडाल शुक्रवार से भक्तों के लिए खुलेगा।
महिष्मति महल की तरह सोने से दमकते इस पंडाल के मुख्य द्वार पर सूंड उठाए हुए दो हाथी भी बनाए गए हैं। थोड़ा आगे बढ़ने पर ही 8 दरबान खड़े हुए हैं। महल के अंदर प्रवेश करने पर एक बड़ा सा झूमर और मां दुर्गा की सोने-चांदी और हीरे-जवाहरात से सजी प्रतिमा है। 110 फीट ऊंची झांकी की सिक्युरिटी में 300 जवान तैनात हैं।
आपको बता दें गुजरात का गरबा महोत्सव भी दुनिभाभर में मशहूर है। सूरत में एशिया के सबसे बड़े गरबा में नवरात्रि के पहले दिन गुरुवार को करीब 7000 लोग पहुंचे। 600-600 लोगों के 12 समूह अलग-अलग पहनावे में रात 1 बजे तक गरबा का लुत्फ लिया। पूरे सूरत शहर में गुजराती लोक नृत्य गरबा की रंगत शुरू हो चुकी है।
गौरतलब है सूरत में ही स्केटिंग गरबा आकर्षण का केंद्र है। इसको लेकर युवाओं में काफी जोश है। वे स्केट्स के सहारे डोढ़िया, तिकड़ी और छकड़ी जैसे स्टेप पर डांडिया खेल रहे हैं। शहर के एक गरबा में एलईडी लगी चणिया-चोली बनाई गई हैं, जो मोशन-सेंसर लगे होने से गरबा के दौरान जलती हैं। अहमदाबाद में दिव्यांगों के लिए खास गरबा हो रहा है।