सहारनपुर में 9 मई को महाराणा प्रताप जयंती वाले दिन भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया के भाई सचिन वालिया की मौत की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। सचिन वालिया की मौत का जिम्मेदार भीम आर्मी का ही एक कार्यकर्ता प्रवीण उर्फ़ मांडा है। पुलिस ने प्रवीण को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस पूछताछ में प्रवीण ने इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया। आरोपी की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त तमंचा और खोखा भी बरामद कर लिया।
बता दें रामनगर में नौ मई को सचिन वालिया की गोली लगने से मौत हो गई थी। भीम आर्मी ने राजपूत समाज के लोगों पर हमला करने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया था। इस मामले में सचिन की मां ने चार लोगों को नामजद कराया था।
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डीआईजी ने बताया कि आरोपी प्रवीण ने बताया कि 9 मई को वह अपनी दुकान पर था तभी सचिन ने उसे फोन करके निहाल के घर बुलाया। प्रवीण जब निहाल के घर पहुंचा तो वहां सचिन, गुल्लू, राहुल, शिवम, नितिन और चंकी मौजूद थे। प्रवीण के मुताबिक वहां पर तमंचा रखा हुआ था, जिसे चेक करने में गोली चल गई और वह सचिन को जा लगी। इससे सचिन की मौत हो गई।
इसके बाद आरोपी तमंचे को निहाल के घर पर ही छोड़कर वह सचिन को कार में लेकर तुरंत अस्पताल पहुंचा, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डीआईजी ने बताया कि जांच के लिए निहाल का मकान खुलवाया तो घटना में प्रयुक्त तमंचा और चला हुआ कारतूस भी बरामद कर लिया है।