पाकिस्तानी मूल के लेखक तारिक फतेह ने ट्विटर पर 1 मिनट 6 सेकेंड का एक वीडियो पोस्ट किया है उसमें कुछ मुस्लिम रोहिंग्या मुसलमानों के पक्ष में नारेबाजी करते दिख रहे हैं। इन्हीं में से एक शख्स मीडिया से बात करते हुए खुद को जमीयत उलेमा-ए-हिंद का नेता बताते हुए मांग करते हुए धमकी दे रहा है। वो कह रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी जितनी जल्दी हो सके अपनी चुप्पी तोड़ें और म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमानों पर हो रहे जुल्मों के खिलाफ जल्दी कुछ करें।
अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम यूएन तक जाएंगे। वह आगे कहता है कि मुसलमानों को आज बदनाम किया जा रहा है, हमारी कौम एक शांति पसंद कौम है। इसलिए हम मुसलमानों की सुरक्षा के पूरे इंतेजाम करें। अगर ऐसा नहीं हुआ तो भारत में हिंदू सिर्फ तारीखों में रह जायेगे। हम मुसलमान भारत के नक़्शे से हिन्दुओं का नामो निशान मिटा देंगे।
Indian Muslim claims Muslims r a peaceful ppl. They’ll wipe out Hindus & India if #Rohingya not helped pic.twitter.com/3jZKv2iKQx via @ppanks_g
— Tarek Fatah (@TarekFatah) September 21, 2017
आपको बता दें पुरे विश्व में रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर बबाल मचा हुआ है। रोहिंग्यों को आतंकवादी गतिविधि में लिप्त पाए जाने व् बौद्धों पर हमला करने के आरोप में म्यांमार से रोहिंग्यों को भगाया जा रहा है। रोहिंग्या भागकर बांग्लादेश सहित दूसरे देशों में शरण ले रहे हैं। वही भारत में कई राजनीतिक दलों और संगठनों का कहना है कि इनको भारत में रहने की जगह दी जानी चाहिए।
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मोदी सरकार रोहिंग्या को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा मान रही है। सरकार का कहना है कि रोहिंग्या मुसलमान अवैध प्रवासी हैं और कानूनी तौर पर इन्हें देश से बाहर जाना ही होगा। गृह मंत्रालय ने भी साफ तौर पर कहा है कि रोहिंग्या मुसलमानों को भारत जगह नहीं देगा और उन्हें म्यांमर वापस लौटा देगा। सीमा पर सरकार ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है।
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वहीँ तारिक फतेह ने ट्विटर अकाउंट से ये वीडियो वायरल कर एक नई बहस छिड़ गयी है। लोग इसपर कमेंट करते हुए लिख रहे हैं कि ये शख्स खुले आम देश को धमकी दे रहा है इसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। अब सवाल ये भी है क्या भारत के मुस्लिम देश के साथ हैं या विदेशी मुस्लिमो के साथ। अगर भारत की पकिस्तान से जंग होती है तो देश के मुस्लिम किसका साथ देंगे अपने देश का या अपने मुस्लिम भाईओं का?