कश्मीर के अलगाववादी नेता शब्बीर शाह ने पाकिस्तान के आतंकी जमात-उद दावा के चीफ हाफिज सईद से कनेक्शन की बात कबूल की है। ईडी (इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट) ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में शाह के खिलाफ शनिवार को कोर्ट में चार्जशीट फाइल कर दी। इसमें कहा गया है, शाह ने स्वीकार किया है कि वह कश्मीर मामलों को लेकर हाफिज सईद से फोन पर बात करता रहा है।
ईडी के अनुसार शब्बीर शाह ने पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से फंड इकट्ठा कर उसे जम्मू-कश्मीर सहित भारत के दूसरे हिस्सों में आतंकवाद को फैलाने में भी लगाया। शाह की पत्नी डॉ. बिलकिस भी टेरर फंडिंग के लिए हवाला के रास्ते पैसा जुटाने में शामिल थी।
Enforcement Directorate files chargesheet in Delhi Court against Separatist leader Shabir Shah in PMLA Case.
— ANI (@ANI) September 23, 2017
बता दें ईडी ने 2005 के मनी लॉन्ड्रिंग केस में टेरर फंडिंग और पाकिस्तान के हवाला डीलर से संपर्क को लेकर शब्बीर शाह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। अडिशनल सेशन जज सिद्धार्थ शर्मा के समक्ष पेश हुई चार्जशीट में कथित हवाला डीलर मोहम्मद असलम वानी का भी नाम है। वानी भी फिलहाल शाह के साथ ही न्यायिक हिरासत में है। ईडी की चार्जशीट में शब्बीर शाह और आतंकियों के साथ उसके कनेक्शन को लेकर बड़े खुलासे हुए हैं।
Shabir Shah received funds from terror outfits from Pak to promote terror activities in J&K & others parts of India, ED in its chargesheet
— ANI (@ANI) September 23, 2017
कैसे हुई शाह की गिरफ्तारी?
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कथित हवाला कारोबारी मोहम्मद असलम वानी को अरेस्ट किया था। पूछताछ में उसने बताया था कि उसने शाह के पास 2.25 करोड़ रुपए पहुंचाए थे। इसके बाद ईडी ने शाह और वानी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज किया था। इसके बाद 25 जुलाई को शब्बीर शाह को अरेस्ट कर लिया गया।
शब्बीर शाह को 2005 के एक मनी लॉन्ड्रिंग केस में अरेस्ट किया गया था। यह गिरफ्तारी ईडी के आदेश पर हुई थी। बाद में एजेंसी ने वानी को भी 6 अगस्त को अरेस्ट कर लिया था। बता दें ईडी ने शाह के खिलाफ कई बार समन जारी किया, लेकिन वह पेश नहीं हुआ। इसके बाद ईडी ने उसके खिलाफ नॉन बेलेबल वॉरंट जारी किया था।
शाह पर आरोप?
चार्जशीट में दावा किया गया है कि शाह को हवाले के रास्ते पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों से पैसा मिलता है। शाह इस पैसे के इस्तेमाल भारत में टेरर फंडिंग के लिए करता रहा है। ईडी के मुताबिक शाह ने स्वीकार किया है कि उसके पास आय का दूसरा कोई स्रोत नहीं है और वह आईटीआर भी दाखिल नहीं करता है। शाह को केवल स्थानीय लोगों और समर्थकों से पार्टी फंड के लिए पैसा मिलता है और यह रकम 8-10 लाख रुपये सालाना से अधिक नहीं है।
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शाह पर कश्मीर में सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, स्कूलों और अन्य सरकारी संस्थानों को जलाने जैसे विध्वंसक गतिविधियों के लिए हाफिज सईद से पैसा लेने का भी आरोप है। घाटी में सिक्युरिटी फोर्सेस पर पत्थर बरसाने के लिए हुर्रियत नेताओं को पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों और पाक खुफिया एजेंसी ISI दोनों से फंडिंग होती है।