आपको देश में कई जगह ऐसे गरीब छात्र मिल जायेंगे जिनका सपना आईएस बनने का होता है, जो सिविल सर्विस की तैयारी तो करना चाहते हैं लेकिन पैसे की कमी के कारण उन्हें सही गाइडेंस नहीं मिल पाता है। और सिविल सर्विस की तैयारी करना एक सपना ही रह जाता है. ऐसे ही गरीब छात्रों के सपने को साकार करने का बीड़ा उठाया है उत्तरप्रदेश के शाहजहांपुर जिले के डीएम अमृत त्रिपाठी ने।
जी हाँ डीएम अमृत त्रिपाठी ने एक अनूठी पहल की है। उन्होंने फैसला लिया है कि अब वह हर रविवार को ऐसे गरीब छात्रों के लिए विशेष कक्षाएं लगाएंगे। इसी कड़ी में उन्होंने 27 मई को अपनी पहली कक्षा लगाई।
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2008 बैच के आईएएस अमृत त्रिपाठी ने बताया कि वह खुद उत्तराखंड के छोटी सी जगह रानीखेत से हैं। वहां भी उन्हें सुविधाओं संसाधनों की कमी रहती थी। वहां से निकलकर जब वह दिल्ली स्थित जेएनयू पहुंचे, तब उनकी जिंदगी ने करवट बदली।
उन्होंने कहा कि जब वह शाहजहांपुर आए तो उन्हें यह अहसास हुआ कि यह इलाका बहुत पिछड़ा है। जो छात्र आईएएस की तैयारी करना चाहते हैं उनके लिए कोई संसाधन नहीं है। अच्छे घरों के बच्चे तो बड़े शहरों में जाकर तैयारी कर लेते हैं लेकिन गरीब बच्चों में प्रतिभा होने के बावजूद उन्हें मौका नहीं मिल पा रहा।
डीएम अमृत त्रिपाठी ने बताया कि बच्चों को आईएएस की तैयारी करवाने के लिए उन्होंने एक प्लान तैयार किया है। इसमें गरीब और अमीर दोनों बच्चों को शामिल किया जाएगा। जो आवेदन आएंगे, उनकी स्क्रीनिंग करके 25-25 बच्चों का एक ग्रुप बनाया जाएगा।
हर रविवार को एक ग्रुप के बच्चों को लेकर उनकी काउंसलिंग की जाएगी। काउंसलिंग के बाद उन्हें एक रिपोर्ट कार्ड दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि बच्चों को गाइडेंस के साथ ही गरीब बच्चों को आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी। उनके बैच के कई दोस्त हैं जो ऊंचे पदों पर है, उन्होंने उनसे बात की है। ये लोग इस नेक काम में हेल्प करने के लिए राजी हो गए हैं। इसके साथ ही अच्छे घरों के जो बच्चे पढ़ना चाहेंगे, उनके माता-पिता से स्वेच्छानुसार सहयोग करने के लिए कहा जायेगा।