फिल्म पद्मावती की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। राजपूत समुदाय सहित कई हिन्दू संगठन फिल्म का लगातार विरोध कर रहे हैं। फिल्म के भारी विरोध के चलते फिल्म की प्रस्तावित रिलीज की तारीख टल दी गई है।
इंडिया टुडे के अनुसार अब ये फिल्म 1 दिसंबर कि बजाय 12 जनवरी को रिलीज होगी। कहा जा रहा है कि फिल्म के निर्माताओं की ओर से सेंसर बोर्ड को जो डॉक्युमेंट भेजे गए थे उसमें कई तरह की खामियां थी. मेकर्स की ओर से पहले 1 दिसंबर को देशभर में फिल्म की रिलीज प्रस्तावित थी।
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सूत्रों ने बताया, ‘पद्मावती मेकर्स की ओर से सेंसर को जो ओरिजिनल डॉक्युमेंट भेजे गए हैं वो अधूरे हैं. फिल्म की शुरुआत में भी अपेक्षित डिस्क्लेमर नहीं है. डॉक्यूमेंटेशन में कमी की वजह से फिल्म के प्रमाणन में देरी हो रही है।
फिल्म के टलने की ये हो सकती हैं बड़ी वजहें-
सेंसर बोर्ड के नियमों के अनुसार मुताबिक किसी फिल्म को सर्टिफिकेशन के लिए रिलीज से 15 दिन पहले सेंसर के पास भेजना होता है. फिल्म की पहली कॉपी का काम पूरा नहीं हुआ था. इस वजह से इसे सेंसर के पास नहीं भेजा गया था. फिल्म 17 नवंबर को ही सेंसर के पास भेजी गई है. प्रस्तावित तारीख 1 दिसंबर पर रिलीज के लिए बोर्ड के पास फिल्म भेजने की तारीख ख़त्म हो गई थी।
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दूसरा कारण फिल्म का पुरे भारत में भारी विरोध बताया जा रहा है ये भी फिल्म की रिलीज डेट की टलने की एक प्रमुख वजह है। फिल्म पर राजपूत समुदाय सहित कांग्रेस-बीजेपी जैसे राजनीतिक दलों ने आपत्ति जाहिर की है।
गुजरात में विधानसभा चुनाव और यूपी में निकाय चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने इसे टालने की मांग की थी. बीजेपी ने निर्वाचन आयोग को चिट्ठी लिखकर इसकी डेट टालने की मांग की थी. सेंसर का मामला बताते हुए आयोग ने इसे स्वीकार करने से मना कर दिया था।
(भाषा से इनपुट)