देश में एक और ट्रेन हादसा हुआ है। महाराष्ट्र में नागपुर से मुंबई आ रही दुरंतो एक्सप्रेस के 5 डिब्बे पटरी से उतर गए।
बताया जा रहा है कि यह हादसा आसनगांव और टिटवाला के बीच हुआ है। इस हादसे में कुछ लोग घायल हुए हैं। कल्याण से एक रेस्क्यू टीम मौके के लिए रवाना की गई है।
हादसे की वजह का अभी पता नहीं चल सका है, लेकिन आशंका है लगातार हो रही बारिश या इलेक्ट्रिकल स्पार्क की वजह से ये डिब्बे पटरी से उतरे हो सकते हैं, लेकिन अभी पक्का कुछ नहीं कहा जा सकता राहत और बचाव कार्य जारी है। कुछ लोगों के घायल होने की भी सूचना है।
टिटवाला एक ग्रामीण इलाका है। हादसे के बाद स्थानीय ग्रामीण मदद के लिए पहुंचे हैं। इलाके में पिछले कई दिनों से काफी बारिश हो रही है।
माना जा रहा है कि इसी के चलते बारिश और मिट्टी के खिसकने से यह हादसा हुआ है। ट्रेन के डिरेल होने की वजह से इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है।
अभी यह पता नहीं चल सका है कि हालात सामान्य होने में कितना वक्त लगेगा। घटना के विस्तृत ब्योरे का फिलहाल इंतजार किया जा रहा है।
इससे पूर्व हरिद्वार से पुरी के बीच चलने वाली कलिंग उत्कल एक्सप्रेस शनिवार शाम दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के खतौली के पास हुए इस हादसे में ट्रेन की 14 बोगियां पटरी से उतर गई थीं, जिसके कारण 23 यात्रियों की मौत हो गई जबकि 97 अन्य घायल हो गए थे।
इसी महीने गया मुगलसराय रूट पर मालगाड़ी पटरी से उतर गई थी। करमनासा और धनीछा के बीच मालगाड़ी के 20 डिब्बे पटरी से उतरे थे। मई में यूपी के उन्नाव रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या तीन पर लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस (22121) के 11 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। अप्रैल में कर्नाटक में कलगापुर स्टेशन के पास औरंगाबाद-हैदराबाद ट्रेन के चार डिब्बे पटरी से उतर गए थे।
इन दुर्घटना के बाद रेलमंत्री सुरेश प्रभू ने इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर इस्तीफे की पेशकश की थी। हालांकि, प्रधानमंत्री ने उन्हें इंतजार करने के लिए कहा था।