शरद यादव और नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के बीच चल रहे पार्टी चुनाव चिन्ह के विवाद के बीच मंगलवार को चुनाव आयोग ने शरद यादव को बड़ा झटका दिया है।
चुनाव आयोग ने शरद यादव गुट द्वारा जेडीयू के चुनाव चिन्ह को जब्त करने की मांग को ठुकरा दिया है।
बता दें शरद यादव गुट की तरफ से वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने चुनाव आयोग के सामने यह मांग रखी थी। दोनों पक्षों की तरफ से पेश की गई दलीलों को सुनने के बाद चुनाव आयोग ने शरद गुट की अपील को खारिज कर दिया।
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गौरतलब है नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ हाथ मिला लेने के बाद शरद यादव नाराज हो गए थे। उन्होंने जेडीयू के चुनाव चिन्ह पर अपना दावा कर दिया था। शरद यादव ने कहा था कि उनका गुट ही असली जनता दल यूनाइटेड है इसलिए पार्टी के सिंबल पर उनका अधिकार है। इसे लेकर वो चुनाव आयोग में चले गए थे।
जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव संजय झा ने कहा कि आज शरद गुट ने स्वीकार किया कि पार्टी का विधायी विंग जिसमें एमपी, एमएलए और एमएलसी आते हैं, वो विंग नीतीश कुमार के साथ है।
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संजय झा ने आरोप लगाया की शरद यादव चाह रहे थे कि किसी तरह पार्टी का चुनाव चिन्ह तीर जब्त हो जाए, लेकिन चुनाव आयोग भी उनकी मांग को अस्वीकार कर दिया। अब इस मामले पर 13 नवंबर को दोपहर तीन बजे सुनवाई होगी।